Chandrayaan 3 Good News : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो इतिहास रचने जा रहा है जैसा कि आप सभी को पता है कि 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2:00 बजे इसरो द्वारा चंद्रयान 3 को लांच किया गया था सभी देशवासियों के लिए यह समय काफी महत्वपूर्ण था एवं यादगार था चंद्रयान-3 को लेकर अब चंद्रमा पर लैंडिंग को लेकर बड़ी अपडेट निकलकर सामने आ रही है चंद्रयान 3 के लैंडिंग का इंतजार कर रहे तमाम देशवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी बड़ी राहत भरी खबर निकलकर सामने आ रही है लिए चंद्रयान-3 को लेकर संपूर्ण जानकारी आपको हमेशा आर्टिकल में बताते हैं तो आप लोग इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें!
लैंडर से प्रोपल्शन हुआ अलग
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो द्वारा बताया गया है कि प्रोपल्शन मॉड्यूल को लेंडर से अलग कर दिया गया है लैंडर विक्रम से प्रोपल्शन पूरी तरह से अलग हो चुका है तथा आगे का सफर ब्लेंडर को अकेले ही पूरा करना होगा अर्थात आगे का 6 से 7 दिन लैंडर विक्रम के लिए एक चुनौती भरा सफर रहने वाला है क्योंकि इस बीच प्रोपल्शन मॉड्यूल को अलग कर दिया गया है ब्लेंडर को अगले 6 दिनों में लैंडिंग कराना जरूरी है आगे क्या सभी कार्य काफी तेज गति से लैंडर विक्रम को करना होगा क्योंकि प्रोपल्शन मॉड्यूल को इसरो ने अलग कर दिया है इसी रफ्तार में प्रोपल्शन मॉड्यूल अपनी धुरी पर घूम रहा है तथा आने वाले कई सालों तक इसरो को प्रोपल्शन जानकारी देता रहेगा फिलहाल चलिए बताते हैं कि Chandrayaan 3 Good News अभी chandrayaan-3 को लेकर ताजा अपडेट क्या है तो आप लोग इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पूरा पढ़ें!
Lateat News – भारत के तमाम देशवासियों के लिए आई बड़ी खुशखबरी चंद्रयान 3 नीरज दिया है इतिहास दूसरों के वैज्ञानिकों द्वारा जारी किया गया रिपोर्ट के अनुसार चंद्रयान तेरी आज यानी 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा की धरती पर होगा तो आप लोग लाइव स्ट्रीम भी देख सकते हैं है!
प्रोपल्शन मॉड्यूल अलग होने के बाद क्या होगा
जैसा कि हमने आपको बताया कि लेंडर से प्रोपल्शन मॉड्यूल को पूरी तरह से अलग कर दिया गया है ऐसे में अब लैंडर की स्पीड काफी तेज है काफी तेज गति से चंद्रमा की ओर बढ़ रहा है चंद्रमा से लैंडर की दूरी काफी नजदीक हो गई है ऐसे में वैज्ञानिकों ने बताया इसरो के अधिकारियों ने बताया लैंडर को सॉफ्ट लैंडिंग करना जरूरी है इसके लिए लेंडर की स्पीड को कम करना होगा जो एक चुनौती भरा काम है ब्लेंडर को अभी 90 डिग्री का टाइम आगे जाकर लेना होगा जो इतना आसान नहीं है 90 डिग्री का कार लेने के बाद ही चंद्रमा सिलेंडर की दूरी 30 किलोमीटर होगी 90 डिग्री कार्टन लेने के बाद भी लेंडर की गति काफी तेज होगी ऐसे में लैंडर विक्रम की डी बूस्टिंग की जाएगी ताकि स्पीड कम हो सके और सॉफ्ट लैंडिंग कराया जा सके चलिए बताते हैं Chandrayaan 3 Good News आखिरकार डी बूस्टिंग क्या है तो आप लोग इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पढ़ना जारी रखें!
जी बूस्टिंग क्या है
इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि बी बूस्टिंग का मतलब यह हुआ कि लेंडर कहां स्पीड अभी भी काफी अधिक है जिसे कम करना होगा क्योंकि अधिक से अधिक स्पीड होने पर सॉफ्ट लैंडिंग करना मुश्किल हो सकता है इसलिए मिशन को कामयाब बनाने के लिए सॉफ्ट लैंडिंग कराना अति आवश्यक है इसीलिए लैंडर विक्रम के डी बूस्टिंग करनी होगी अर्थात इसकी स्पीड को कम करना होगा और यदि इसरो स्पीड कम कर पाती है तो लैंडर सही से सॉफ्ट लैंडिंग कर पाएगा और इसमें से रोवर निकलेगा जो अगले 10 दिनों तक चंद्रमा की सतह से जुड़ी एवं चंद्रमा से संबंधित जानकारी भेजेगा एवं प्रोपल्शन अगले कई सालों तक चंद्रमा को कई अहम जानकारियां भेजता रहेगा
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Disclaimer – chandrayaan-3 संबंधित सभी जानकारियां जो जहां पर इस आर्टिकल के माध्यम से बताई गई है वह इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन अन्य वेबसाइट पर एकत्रित करें दी गई है सही और अधिक जानकारी के लिए एक बार इसरो के अधिकारीक वेबसाइट पर अवश्य जाएं किसी प्रकार की कोई गलत जानकारी पाकर कंफ्यूज होने को लेकर हमारा वेबसाइट magahiyajawan.com किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं है!
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